सावधानी जरूरी हैं – हिंदी कहानी

Hindi Motivational Story

Hindi Prernadayak kahani

शिक्षाप्रद कहानी

एक बार एक आदमी एक बड़े खजूर के पेड़ पर चढ़ता है। वहां से खजूर तोड़ने के बाद वह नीचे उतरने लगता है।

पेड़ से कुछ दूरी पर एक संत बैठे हुए थे। उस आदमी को देख रहे थे। लेकिन जब वो आदमी जमीन से 9 फीट की दूरी पर ही रह गया था। तब वह संत जोर-जोर से चिल्लाकर उस आदमी का आगाह करते हैं,

“भाई संभल के उतरना”
“हाथ मत छोड़ देना सावधानी रखना”
“नीचे 9 फीट जमीन ओर बची हैं”
“गिर जाएगा तो हाथ पैर टूट जाएंगे”

उस आदमी ने सोचा, “बड़े अजीब महाराज हैं जब मैं सबसे ऊपर था तब तो कुछ नहीं बोला। और अब मैं उतरने ही वाला हूं, तो बोलते ही जा रहे हैं।”

आदमी पेड़ से नीचे उतर कर संत के पास जाता है। और फिर संत से कहता है-

“वाह बाबाजी वाह! जब मैं पेड़ के बिल्कुल ऊपर था, तब तो आपने एक भी बार नहीं कहा कि सावधान रहना और जब मैं इतने नीचे आ गया हूं, जमीन के बिल्कुल पास तब आप मुझे बार-बार चिल्ला के बोल रहे थे। आखिर ऐसा क्यों?”

संत ने कहा, “बेटा यह तो ध्यान देने लायक बात है। जब तुम सबसे ज्यादा ऊंचाई पर थे, तब खतरा भी ज्यादा था। तब तो तुम खुद ही बहुत सावधान थे। लेकिन जैसे-जैसे नीचे आने लगे तो तुम्हारी लापरवाही भी बढ़ गई थी।

शिक्षा:
अपनी जिंदगी में भी यही होता है जब हम ऊंचाई पर होते हैं, खतरों के पास होते हैं तो बहुत ज्यादा सावधान रहते हैं। खुद पर पूरा विश्वास होता हैं। लेकिन जैसे-जैसे खतरा कम होने लगता है, लोग लापरवाह हो जाते है असावधान हो जाते हैं। इसलिए हमे काम के दौरान हमेशा फोकस होकर काम करना चाहिए।

इन हिंदी मोटिवेशनल कहानियो को भी जरूर पढ़े

अपना मूल्यवान कमेंट यहाँ लिखे