सत्यवादी बालक-हिंदी कहानी

सत्यनिष्ठ बालक-प्रेरक प्रसंग

Prerak Prasang

Hindi Motivational Story

एक कक्षा के विद्यार्थियों को उनके गणित के अध्यापक ने घर से कुछ सवाल हल करने के लिए दिए।

उन विद्यार्थियों में से एक विद्यार्थी ने एक सवाल को छोड़कर बाकी सारे सवाल सही सही कर लिए। लेकिन एक सवाल को हल करने के लिए उसने अपने एक मित्र की सहायता ली।

अगले दिन कक्षा में इसी विद्यार्थी के सब सवाल सही देख कर अध्यापक ने उसकी प्रशंसा की और उसको अपनी कलम इनाम में देने लगे।

लेकिन वह लड़का फूट फूट कर रोने लगा और बोला – “मास्टर जी इसमें से एक सवाल को हल करने में अपने मित्र की सहायता ली है। मैंने सारे सवाल सही नहीं किये हैं। मैंने तो आपको धोखा दिया हैं। मुझे इनाम नहीं दंड मिलना चाहिए।”

अध्यापक उस लड़के की सच्चाई से बहुत खुश हुए और बोले- “मैं अब यहीं इनाम तुम्हारी सच्चाई के लिए देता हूं।”

यही विद्यार्थी आगे चलकर गांधी जी के राजनैतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले के नाम से प्रसिद्ध हुए।

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