मनमोहन सिंह के सुविचार
डॉ. मनमोहन सिंह के अनमोल वचन
भारत बहुत गरीब लोगों वाला एक समृद्ध देश है।
डॉ. मनमोहन सिंह
India happens to be a rich country inhabited by very poor people.
कोई भी देश, कोई भी समाज या फिर कोई भी समुदाय अपना सर ऊँचा नहीं रख सकता। यदि वहा महिलाओ के साथ भेदभाव किया जाता हो।
डॉ. मनमोहन सिंह
No nation, no society, no community can hold its head high and claim to be part of the civilized world if it condones the practice of discriminating against one half of humanity represented by women.
मुझे विश्वास है कि भविष्य में सभ्यताए एक दूसरे से लड़ने के बजाय साथ काम करना ज्यादा पसंद करेगी।
डॉ. मनमोहन सिंह
I do believe that the future of civilization belongs to those who would lay emphasis on working together instead of talking about clash of civilizations.
जिस विचार का समय आ गया हो तो पृथ्वी पर कोई भी शक्ति उसको रोक नहीं सकती।
डॉ. मनमोहन सिंह
No power on earth can stop an idea whose time has come.
हमें बहुसंस्कृतिवाद, विविधता, सहनशीलता, विविध धर्मों के प्रति सम्मान की आवश्यकता है।
डॉ. मनमोहन सिंह
We need multiculturalism, respect for diversity, tolerance, respect for diverse faiths.
जीवन कभी विरोधाभास से मुक्त नहीं है।
डॉ. मनमोहन सिंह
Life is never free of contradictions
भारत को सबसे ज्यादा जरूरत एक एकीकृत खाद्य कानून की है।
डॉ. मनमोहन सिंह
What India needs most is a unified food law.
जो लोग धन कमाते हैं उनके द्वारा सबसे बड़ा सम्मान किया जाना चाहिए।
डॉ. मनमोहन सिंह
Those who create wealth should be shown the greatest respect.
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