मनमोहन सिंह के 8 अनमोल विचार

मनमोहन सिंह के सुविचार

HINDI ANMOL VACHAN SUVICHAR

डॉ. मनमोहन सिंह के अनमोल वचन

भारत बहुत गरीब लोगों वाला एक समृद्ध देश है।
India happens to be a rich country inhabited by very poor people.

डॉ. मनमोहन सिंह

कोई भी देश, कोई भी समाज या फिर कोई भी समुदाय अपना सर ऊँचा नहीं रख सकता यदि वहा महिलाओ के साथ भेदभाव किया जाता हो।
No nation, no society, no community can hold its head high and claim to be part of the civilized world if it condones the practice of discriminating against one half of humanity represented by women.

डॉ. मनमोहन सिंह

मुझे विश्वास है कि भविष्य में सभ्यताए एक दूसरे से लड़ने के बजाय साथ काम करना ज्यादा पसंद करेगी।
I do believe that the future of civilization belongs to those who would lay emphasis on working together instead of talking about clash of civilizations.

डॉ. मनमोहन सिंह

जिस विचार का समय आ गया हो तो पृथ्वी पर कोई भी शक्ति उसको रोक नहीं सकती।
No power on earth can stop an idea whose time has come.

डॉ. मनमोहन सिंह

हमें बहुसंस्कृतिवाद, विविधता, सहनशीलता, विविध धर्मों के प्रति सम्मान की आवश्यकता है।
We need multiculturalism, respect for diversity, tolerance, respect for diverse faiths.

डॉ. मनमोहन सिंह

जीवन कभी विरोधाभास से मुक्त नहीं है।
Life is never free of contradictions

डॉ. मनमोहन सिंह

भारत को सबसे ज्यादा जरूरत एक एकीकृत खाद्य कानून की है।
What India needs most is a unified food law.

डॉ. मनमोहन सिंह

जो लोग धन कमाते हैं उनके द्वारा सबसे बड़ा सम्मान किया जाना चाहिए।
Those who create wealth should be shown the greatest respect.

डॉ. मनमोहन सिंह

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