महावीर स्वामी के सर्वश्रेष्ठ 17 अनमोल विचार – Mahavir Swami Hindi Quotes

भगवान महावीर स्वामी के अनमोल वचन

भगवान महावीर के अनमोल विचार

भगवान महावीर के सुविचार 

किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती है कि अपना असली रूप को ना पहचनना और यह गलती केवल आत्मज्ञान प्राप्त करके ही ठीक की जा सकती हैं।

महावीर स्वामी

मौन और आत्म-नियंत्रण अहिंसा है।

महावीर स्वामी

हर आत्मा स्वतंत्र है। कोई भी दूसरे पर निर्भर नहीं करता है।

महावीर स्वामी

ईश्वर का कोई अलग अस्तित्व नहीं है। सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास करने से हर कोई देवत्व को प्राप्त कर सकता है।

महावीर स्वामी

हर आत्मा अपने आप में सर्वज्ञ और आनंदमय है। आनंद कही बाहर से नहीं आता है।

महावीर स्वामी

सभी जीवों के प्रति दया भाव रखें। नफ़रत से विनाश होता है।

महावीर स्वामी

सभी सजीव प्राणियों का सम्मान करना अहिंसा है।

महावीर स्वामी

अहिंसा सर्वोच्च धर्म है

महावीर स्वामी

भगवान महावीर के हिंदी कोट्स

स्वयं से लड़ो, बाहर दुश्मन से क्या लड़ना। वह जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेता है उसे आनंद की प्राप्ति होती है।

महावीर स्वामी

आपकी आत्मा से परे कोई दुश्मन नहीं है। असली दुश्मन स्वयं के भीतर रहते हैं, वो शत्रु हैं: क्रोध, अहंकार, लालच, लगाव और नफरत।

महावीर स्वामी

एक लाख शत्रुओं पर जीत हासिल करने के बजाय स्वयं पर विजय प्राप्त करना बेहतर है।

महावीर स्वामी

केवल वह विज्ञान महान और सभी विज्ञानों में सर्वश्रेष्ठ है, जिसका अध्ययन मनुष्य को सभी प्रकार के दुखों से मुक्त करता है

महावीर स्वामी

भगवान महावीर के प्रेरक कथन

वह जिसकी सहायता से हम सत्य को जान सकते हैं, चंचल मन को नियंत्रित कर सकते हैं और आत्मा को शुद्ध कर सकते हैं, उसे ज्ञान कहते हैं।

महावीर स्वामी

किसी भी जीवित प्राणी को नही मारे। उन पर शासन करने का प्रयास न करें।

महावीर स्वामी

जिस तरह आपको दुख पसंद नहीं है, उसी तरह दूसरे भी इसे पसंद नहीं करते हैं। यह जानते हुए भी, आपको  दूसरों के साथ वही व्यवहार करना चाहिए जो आपको खुद के लिए पसंद हो।

महावीर स्वामी

जीतने पर घमंड ना करें और ना हारने पर दुख।

महावीर स्वामी

जिसने भय को पार कर लिया है, वह समभाव का अनुभव कर सकता है।

महावीर स्वामी

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