कोरोना महामारी के दौरान सकारात्मक कैसे रहे
कोरोना वायरस के कारण लोगों में एक डर सा बैठ गया है। बहुत से लोग पैनिक हो जा रहे हैं। कोरोना वायरस आए या ना आए, लेकिन दिमाग में नकारात्मक ख्याल जरूर आ जाते हैं। जिससे अपने स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इस परिस्थिति में अपने आप को मजबूत और सकारात्मक बनाए रखने के लिए, आपको नीचे दी गई बातें जरूर मदद करेंगी:
कोरोना वायरस से जुड़ी ज्यादा खबरें ना देखें
आपको पूरे दिन न्यूज़ चैनल पर या अखबारों में कोरोना वायरस से जुड़ी खबरों को नहीं पढ़ना है और ना ही ऐसी खबरे सुनना है। जो भी बेसिक जानकारी है वह आपको पहले ही मिल चुकी है।
ओवरथिंकिंग से बचे
हर समय कोरोनावायरस के बारे में सोच कर दिमाग को खराब ना करें। खाली ना बैठे रहे। अपनी हॉबी के अनुसार कुछ भी काम करते रहे।
ओवरथिंकिंग से बचने के लिए इस आर्टिकल को पढ़ें: ओवरथिंकिंग (ज्यादा सोचने) से कैसे बचे
हर जानकारी जरूरी नहीं
हर जगह से अधिक जानकारी इकट्ठा करने के अपने प्रयासों को विराम दे। यह आदत आपकी मानसिक स्थिति को और ज्यादा खराब करेगी और आपकी मानसिक स्थिति कमजोर हो जाएगी।
इस परिस्थिति से अपना ध्यान हटा ले
अपने मन को इस परिस्थिति से हटाने के लिए संगीत सुनें। प्रेरणादायक वीडियो देखें या फिर प्रेरणादायक लेख पढ़े। अपनी पसंदीदा मूवी देखें। अपने परिवार के साथ वक्त गुजारे। बच्चों के साथ गेम खेलें। कैसे भी करके इस परिस्थिति से अपना ध्यान हटा ले
नकारात्मकता को कहें बाय-बाय
आपके इस बीमारी के प्रति नकारात्मक विचार करने की आदत आपको डिप्रेशन की ओर ले जाएगी। यह आपके बीमारी से लड़ने की क्षमता को कम कर देगी।
अगर आप सकारात्मक सोच और मजबूत मानसिक स्थिति बना कर रखोगे दुनिया की हर परिस्थिति और हर बीमारी से आप लड़ सकते हैं और उससे छुटकारा पा सकते हो।
साफ सफाई का ध्यान रखें
अपने हाथों को निरंतर अंतराल में साबुन से धोते रहें। अपने आसपास की सभी वस्तुओं की अच्छे से साफ सफाई रखें। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और घर पर ही रहे।
एक्सरसाइज/योग/प्राणायाम जरूर करें
इस परिस्थिति के दौरान एक्सरसाइज/योग/प्राणायाम करने से अपने शरीर में अच्छे हार्मोन रिलीज होते हैं। जिससे अपना मूड फ्रेश रहता है और अपनी इम्यूनिटी पावर बढ़ती है। जो हर प्रकार के रोगों से लड़ने में मददगार होती हैं।
विवेक बिंद्रा एक बात कहते हैं कि:
अपनी मनःस्थिति बदलिए, परिस्थिति खुद-ब-खुद बदल जाएगी।
विवेक बिंद्रा
बस थोड़ी सी सावधानी रखो और ज्यादा इसके बारे में मत सोचो। यह परिस्थिति भी गुजर जाएगी।