Best Short Moral Stories in Hindi
सर्वश्रेष्ठ लघु नैतिक कहानियां
आपके लिए लाए हैं 5 ऐसी लघु कहानियां जो छोटी जरूर होती हैं, लेकिन इनके पीछे ताकतवर संदेश छुपा होता है, जो आपकी जिंदगी बदल सकता है। तो चलिए पढ़ते हैं इन प्रेरणादायक कहानियो को:
शिक्षाप्रद कहानी 1: बूढ़े आदमी की खुशी का राज
किसी गाँव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। वह दुनिया के सबसे दुर्भाग्यशाली लोगों में से एक थे। पूरा गाँव उससे परेशान था। वह हमेशा उदास रहता था, वह लगातार शिकायत करता था और हमेशा बुरे मूड में रहता था।
उम्र बढ़ने के साथ उसके शब्द ओर जहरीले होते जा रहे थे। लोग उससे बचते थे, क्योंकि उसकी शक्ल देखते ही खुद का मूड भी खराब हो जाता था।
लेकिन एक दिन, जब वह अस्सी साल का हो गया, तो एक अविश्वसनीय बात हुई। लोगो को ये सुनने में आया कि-
“बूढ़ा आदमी आज खुश है, वह किसी भी चीज के बारे में शिकायत नहीं कर रहा है, मुस्करा रहा है, और यहां तक कि उसका चेहरा भी चमक रहा है।”
पूरा गाँव इकट्ठा हो गया। सभी इस बदलाव के पीछे के कारण को जानने के इच्छुक थे
ग्रामीणों ने बूढ़े आदमी से पूछा,”बाबा आपको ये क्या हो गया। आपमें इतना बदलाव कैसे आया।”
बूढ़ा आदमी बोला, “कुछ खास नहीं। अस्सी साल तक मैं हर चीज़ को ठीक करने में लगा रहा, हर वक्त खुशी ढूंढने के पीछे भाग रहा था, लेकिन यह बेकार था। और फिर मैंने खुशी के बिना जीने का फैसला किया और वर्तमान जीवन का आनंद लेना शुरू किया हैं। इसीलिए मैं अब खुश हूँ।
कहानी की शिक्षा:
खुशी का पीछा मत करो। अपने वर्तमान जीवन का आनंद लो।
शिक्षाप्रद कहानी 2 : समस्याओं का रोना
एक बुद्धिमान आदमी था। लोग बार बार समस्याओं के बारे में शिकायत करने बुद्धिमान व्यक्ति के पास आ रहे हैं।
एक दिन बुद्धिमान आदमी ने उन्हें एक चुटकुला सुनाया और सभी लोग हंसी में झूम उठे।
कुछ मिनटों के बाद, उन्होंने फिर वही चुटकुला सुनाया और उनमें से कुछ ही मुस्कुराए।
जब उन्होंने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा।
बुद्धिमान व्यक्ति मुस्कुराया और कहा:
“आप एक ही मजाक में बार-बार हँस नहीं सकते, तो आप हमेशा एक ही समस्या के बारे में सोचकर बार बार क्यों रो रहे हैं?”
कहानी की शिक्षा:
चिंता करने से आपकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, यह सिर्फ आपका समय और ऊर्जा बर्बाद करेगा। इसलिए चिंता छोड़कर अपनी ऊर्जा को समस्या का समाधान करने में लगाए।
शिक्षाप्रद कहानी 3 : कामचोरी की आदत
एक नमक बेचने वाला हर दिन अपने गधे पर नमक की थैली को बाजार तक ले जाता था।
रास्ते में उन्हें एक नाला पार करना पड़ता था। एक दिन गधा अचानक धारा में गिर गया और नमक की थैली भी पानी में गिर गई। नमक पानी में घुल गया और इसलिए बैग का वजन बहुत हल्का हो गया। गधा खुश था।
फिर गधे ने हर दिन एक ही चाल चलना शुरू कर दिया।
नमक बेचने वाले को गधे की चाल समझ में आ गई और उसने उसे सबक सिखाने का फैसला किया। अगले दिन उसने गधे पर एक कपास का थैला लाद दिया।
गधे ने होशियार बनके फिर से वही चाल खेली ताकि कॉटन बैग ओर हल्का हो जाए।
लेकिन भीगे हुए कपास के कारण ओर ज्यादा भारी हो गया और बेग ढोने में गधे को बहुत तकलीफ़ का सामना करना पड़ा।
गधे को उसकी कामचोरी का फल मिल चुका था। उसने एक सबक सीखा। उस दिन के बाद उसने कोई चाल नहीं चली, और विक्रेता खुश था।
कहानी की शिक्षा:
हमें अपना काम करने में कभी कामचोरी नहीं करनी चाहिए।
शिक्षाप्रद कहानी 4 : सच्चे दोस्त की निशानी
दो दोस्त रेगिस्तान से गुजर रहे थे। यात्रा के दौरान किसी बात पर बहस के दौरान एक दोस्त ने दूसरे को चेहरे पर थप्पड़ मार दिय।
जिसे थप्पड़ मारा गया, उसे चोट लगी।
लेकिन बिना कुछ कहे, रेत पर लिखा, “आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मुझे थप्पड़ मारा।”
दोनों दोस्त को काफी देर चलने के बाद एक तालाब दिखा, जिसमे दोनों स्नान करने लग गए। जिसको थप्पड़ मारा गया था, वह थोड़ी गहराई में चला गया तो वह डूबने लगा, लेकिन दोस्त ने उसे बचा लिया।
बाहर निकलकर उसने एक पत्थर पर लिखा;
“आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई।”
अब जिस दोस्त ने थप्पड़ मारा, उसने दूसरे से पूछा;
“जब मैंने तुमको थप्पड़ मारा तो, तुमने रेत में लिखा और अब, तुम एक पत्थर पर लिख रहे हो, ऐसा क्यों?”
दूसरे मित्र ने उत्तर दिया;
“जब कोई हमें ठेस पहुँचाता है तो हमें इसे रेत पर लिखना चाहिए, जहाँ क्षमा की हवाएँ इसे मिटा सकती हैं। लेकिन, जब कोई हमारे लिए कुछ अच्छा करता है, तो हमें उसे पत्थर में लिखना चाहिए, जहां कोई हवा उसे मिटा नहीं सके।”
कहानी की शिक्षा:
अपने जीवन में छोटी मोटी चीजों के कारण अपने रिश्ते को खराब नहीं करना चाहिए
शिक्षाप्रद कहानी 5 : लालची शेर
गर्मियों के दिन थे। जंगल में एक शेर बहुत भूखा महसूस कर रहा था।
वह अपनी मांद से बाहर आया और इधर-उधर देखा। उसने एक छोटे खरगोश देखा।
शेर ने सोचा, “यह मेरा पेट नहीं भर सकता”
लेकिन उसने कुछ संकोच के साथ खरगोश को पकड़ लिया।
शेर खरगोश को मारने ही वाला था, तभी एक हिरण उस रास्ते से भागा। शेर लालची हो गया। उसने सोचा;
“इस छोटे खरगोश को खाने के बजाय, मुझे बड़े हिरण का शिकार करना चाहिए।”
उसने खरगोश को जाने दिया और हिरण के पीछे चला गया। लेकिन हिरण जंगल में गायब हो गया। शेर को अब दोनों को गवां देने का अफ़सोस हुआ।
कहानी की शिक्षा:
एक अवसर को छोड़कर दूसरे अवसर में तभी जाना चाहिए जब दूसरा अवसर मजबूती से अपने हाथ में आ जाए। ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए।
इन हिंदी मोटिवेशनल कहानियो को भी जरूर पढ़े: