हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बारे में 8 रोचक तथ्य

Hindi Amazing Fact About Major Dhyan Chand

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बारे में रोचक तथ्य

मेजर ध्यानचंद को पुरे विश्व का सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। इन्हें हॉकी का जादूगर भी कहा जाता हैं। आज के दिन यानी 29 अगस्त को खेल दिवस इनके जन्मदिन पर ही मनाया जाता हैं।

आज हम मेजर ध्यानचंद के बारे कुछ रोचक जानकारिया पढ़ेंगे:

मेजर ध्यानचंद के बारे कुछ रोचक बातें

ध्यानचंद का असली नाम ध्यान सिंह था, लेकिन वे रात को चाँद की रोशनी में ज्यादातर प्रैक्टिस करते थे। तो दोस्तों ने उनके नाम के पीछे चंद लगा दिया। चंद मतलब चंद्रमा।

एक बार नीदरलैंड में एक मैच के दौरान उनकी हॉकी स्टिक (छड़ी) को तोड़कर देखा गया, यह पता करने की कही इनकी स्टिक में चुम्बक तो नही लगी। लेकिन उनको क्या पता जादू छड़ी में नही, उनके हाथों में था।

एक बार, जब ध्यानचंद एक मैच में गोल नहीं कर पाए, तो उन्होंने गोल पोस्ट के माप के बारे में मैच रेफरी से बहस की। जब गोल पोस्ट को मापा तो ध्यान चंद सही निकले। गोल पोस्ट की चौड़ाई अंतराष्ट्रीय नियमो के हिसाब से कम निकली।

मेजर ध्यानचंद को सबसे तेजी से गोल करने के लिये जाना जाता हैं।

ज्ञानचंद महज 16 वर्ष की उम्र में ही एक साधारण सिपाही के तौर पर सेना में भर्ती हो गए और वह भारतीय सेना के मेजर के पद तक गए।

जब बर्लिन ओलंपिक में भारतीय टीम हॉकी खेल रही थी तो वहां हिटलर भी मैच देख रहा था, इसमें मेजर ध्यानचंद के खेलने के तरीके से प्रभावित होकर हिटलर ने उनको बुलाया। बातचीत में हिटलर ने कहा हमारे देश की तरफ से खेलो में तुम्हे आर्मी में मार्शल बना दूंगा। टैब मेजर ने कहा कि मेरा देश भारत हैं और में वही खुश हूं।

मेजर ध्यानचंद ने तीन ओलंपिक खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

क्रिकेट में ब्रेडमैन, फुटबॉल में पेले, बॉक्सिंग में मोहम्मद अली इसी तरह हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद को जाना जाता हैं।

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