लालची कुत्ता-हिंदी कहानी
हिंदी मोटिवेशनल कहानी
एक बार की बात है, एक कुत्ता मुंह में रोटी का टुकड़ा लिए कहीं जा रहा था। बीच में एक नाला पड़ता था। इसकी गहराई बहुत ज्यादा नहीं थी और पानी भी कम ही था।
कुत्ता जब पानी में से होकर निकलने लगा तो उसे पानी में अपनी परछाई दिखाई पड़ी।
कुत्ते ने सोचा, “पानी में कोई दूसरा कुत्ता रोटी लेकर जा रहा है। अगर मैं इसकी रोटी भी छीन लूं, तो मेरे पास ज्यादा रोटियां हो जाएगी। और मेरा दिन आराम से निकल जाएगा।
कुत्ते ने जैसे ही परछाई वाले कुत्ते को डरा कर उसकी रोटी छीनने के लिए मुंह खोला, तो उसके मुंह की रोटी भी पानी में गिर गई। कुत्ते को लालच के कारण अपनी खुद की रोटी से भी हाथ धोना पड़ा। और कुत्ते को वापस अब खाली हाथ लौटना पड़ा।
शिक्षा
दोस्तों हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि लालच बुरी बला है। अपने पास जितना है, उसमें संतुष्ट रहना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं कि हमे ज्यादा कमाने के लिए मेहनत नहीं करनी चाहिए।
खूब कमाई करो लेकिन जितना भी कमाओ। उसमें संतुष्ट रहो। ऐसा नहीं कि कमा तो लिया है लेकिन इस बात से दुखी है कि ओर ज्यादा भी कमा सकते थे। ऐसा लालच करने से जो है उसका सुख भी पूरा नहीं मिलेगा।
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Sahi baat h jo hamare pass h usme khush raho ye baat hamari mummy bhi hame bata ti hai ki jitna h utne me khush raho or uspar hi dihaan do